लेसिक सर्जरी क्या होती है | लेसिक सर्जरी कैसे होती है | Lasik Surgery hindi
लेसिक सर्जरी (LASIK Surgery) एक प्रकार की आंखों की सर्जरी है, जिसका पूरा नाम "लैसिक" (Laser-Assisted in Situ Keratomileusis) है। इस सर्जरी का मुख्य उद्देश्य आंखों की दृष्टि सुधारना है, ताकि लोगों को चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहनने की ज़रूरत न पड़े। यह सर्जरी आजकल काफी लोकप्रिय है, खासकर उन लोगों के बीच जिन्हें दूर की नजर (मायोपिया), पास की नजर (हाइपरमेट्रोपिया), या दृष्टि की धुंधलीपन (अस्तिग्मैटिज्म) की समस्या होती है।
लेसिक सर्जरी कैसे काम करती है?
लेसिक सर्जरी में लेज़र का इस्तेमाल करके कॉर्निया (आंख की बाहरी पारदर्शी परत) की सतह को ठीक किया जाता है। कॉर्निया की सतह को बदलकर, डॉक्टर आंख के अंदर आने वाली रोशनी को सही दिशा में मोड़ते हैं, जिससे दृष्टि में सुधार होता है।
लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया
लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया को तीन मुख्य चरणों में बांटा जा सकता है:
1. तैयारी: सबसे पहले, डॉक्टर मरीज की आंखों की जांच करते हैं और सर्जरी के लिए उपयुक्तता की पुष्टि करते हैं। इसके बाद, सर्जरी के दिन आंखों में सुन्न करने वाली दवाइयाँ डाली जाती हैं ताकि प्रक्रिया के दौरान कोई दर्द महसूस न हो। इसके बाद, एक खास यंत्र की मदद से आंखों की पलकें खुली रखी जाती हैं।
2. क्लैप बनाना: इसके बाद, डॉक्टर कॉर्निया की सतह पर एक छोटा फ्लैप (Flap) बनाते हैं। यह फ्लैप एक माइक्रोकेराटोम या फिर एक विशेष प्रकार के लेज़र की मदद से बनाया जाता है। इस फ्लैप को उठाकर, नीचे की सतह को उजागर किया जाता है।
3. लेज़र से सुधार: अब डॉक्टर लेज़र का इस्तेमाल करके कॉर्निया के भीतर की सतह को वांछित रूप से आकार देते हैं। यह प्रक्रिया बहुत सटीक होती है और इसमें केवल कुछ सेकंड का समय लगता है। इसके बाद, फ्लैप को वापस अपनी जगह पर रखा जाता है, जहां यह प्राकृतिक रूप से चिपक जाता है और बिना टांके के ठीक हो जाता है।
लेसिक सर्जरी के फायदे
1. तुरंत परिणाम: लेसिक सर्जरी के बाद, ज्यादातर मरीजों की दृष्टि कुछ ही घंटों में सुधरने लगती है और कुछ दिनों में पूरी तरह ठीक हो जाती है।
2. चश्मे और कॉन्टैक्ट लेंस से मुक्ति: इस सर्जरी के बाद, लोगों को चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस की जरूरत कम हो जाती है या पूरी तरह समाप्त हो जाती है।
3. लंबे समय तक चलने वाले परिणाम: अगर आपकी आंखों का नंबर स्थिर है, तो इस सर्जरी के परिणाम लंबे समय तक रहते हैं।
4. सुरक्षित और प्रभावी: लेसिक सर्जरी एक बहुत ही सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया है। लाखों लोगों ने इससे लाभ उठाया है और अधिकांश लोग इससे संतुष्ट हैं।
लेसिक सर्जरी के नुकसान
1. सूखी आंखें: सर्जरी के बाद, कुछ लोगों को आंखों में सूखापन महसूस हो सकता है। हालांकि, यह समस्या आमतौर पर कुछ समय बाद ठीक हो जाती है।
2. रात में दृष्टि में कठिनाई: कुछ लोगों को सर्जरी के बाद रात में ड्राइविंग में कठिनाई हो सकती है। उन्हें रात में रोशनी के चारों ओर प्रभामंडल या चमक दिखाई दे सकती है।
3. संभावित जटिलताएं: हालांकि यह प्रक्रिया सामान्यतः सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन कभी-कभी सर्जरी के दौरान या बाद में कुछ जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे फ्लैप से संबंधित समस्याएं या इंफेक्शन।
4. प्राकृतिक उम्र बढ़ने का प्रभाव: उम्र बढ़ने के साथ दृष्टि में स्वाभाविक बदलाव हो सकते हैं, जो लेसिक सर्जरी के परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, प्रिस्बायोपिया (उम्र से संबंधित दृष्टि की समस्या) सर्जरी के कुछ साल बाद विकसित हो सकती है।
लेसिक सर्जरी के बाद देखभाल
लेसिक सर्जरी के बाद, कुछ सावधानियाँ बरतना बहुत जरूरी होता है:
1. आंखों को रगड़ें नहीं: सर्जरी के बाद आंखों को रगड़ने से फ्लैप की स्थिति में गड़बड़ी हो सकती है, इसलिए इसे करने से बचें।
2. आंखों में डालने वाली दवाइयों का प्रयोग: डॉक्टर आपको कुछ आई ड्रॉप्स लिखकर देंगे, जो आपकी आंखों को संक्रमण से बचाएंगे और जल्दी ठीक होने में मदद करेंगे।
3. किसी भी तरह की गतिविधि से बचें: पहले कुछ दिनों तक भारी शारीरिक गतिविधियों से बचें, खासकर तैराकी, ताकि आपकी आंखों को नुकसान न पहुंचे।
4. नियमित जांच: डॉक्टर द्वारा बताई गई समयावधि में अपनी आंखों की जांच करवाएं, ताकि आपकी दृष्टि की स्थिति की निगरानी की जा सके और जरूरत पड़ने पर तुरंत इलाज हो सके।
कौन लोग लेसिक सर्जरी के लिए उपयुक्त हैं?
लेसिक सर्जरी हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं हो सकती। नीचे दिए गए कुछ कारकों के आधार पर डॉक्टर यह निर्णय लेते हैं कि आप इस सर्जरी के लिए उपयुक्त हैं या नहीं:
1. उम्र: आमतौर पर, 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए यह सर्जरी की जाती है, क्योंकि इस उम्र तक आंखों की दृष्टि स्थिर हो जाती है।
2. स्वस्थ आंखें: जिन लोगों को आंखों से संबंधित गंभीर समस्याएं हैं, जैसे कि ग्लूकोमा, मोतियाबिंद, या अन्य संक्रमण, उन्हें इस सर्जरी से बचना चाहिए।
3. गर्भावस्था: गर्भवती महिलाओं को इस सर्जरी से बचना चाहिए, क्योंकि इस समय शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव दृष्टि को प्रभावित कर सकते हैं।
4. दृष्टि का नंबर स्थिर हो: कम से कम एक साल तक आपकी आंखों का नंबर स्थिर रहना चाहिए, तभी आप इस सर्जरी के लिए योग्य माने जाते हैं।
निष्कर्ष
लेसिक सर्जरी एक प्रभावी और सुरक्षित तरीका है जिससे लोग चश्मे और कॉन्टैक्ट लेंस से छुटकारा पा सकते हैं। हालांकि, यह जरूरी है कि आप इस सर्जरी के बारे में पूरी जानकारी हासिल करें और अपने डॉक्टर से सलाह लें, ताकि आप जान सकें कि यह आपके लिए सही विकल्प है या नहीं। उचित देखभाल और सावधानी बरतने पर, यह सर्जरी आपकी जिंदगी की गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार ला सकती है।
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