कंप्यूटर की पीढ़ियां | कंप्यूटर जनरेशन | Generation of Computer in Hindi
कप्म्यूटर को बेहतर जानने के लिए हमें आवश्यक हो जाता है की हम उसके इतिहास को समझें और कंप्यूटर के बढ़ते हुआ विकास को समझने के लिए उसकी पीढ़ियां ,सबसे अच्छा साधन है। कंप्यूटर के विकास को 5 पीढ़ियें में बांटा गया है :
- प्रथम पीढ़ी |-1st Generation ( 1945 – 1958)
- द्वितीय पीढ़ी - 2nd Generation ( 1959 – 1964)
- तृतीय पीढ़ी - 3rd Generation (1965 – 1975)
- चतुर्थ या चौथी पीढ़ी - 4th Generation ( 1975 – 1989)
- पंचम या पांचवी पीढ़ी - 5th Generation (1990 – अब तक)
हर एक पीढ़ी में उन्नति होती गयी और कंप्यूटर का विकास होता गया। इस आर्टिकल में हमने आपके लिए सभी पीढ़ियों के महत्त्वपूर्ण पॉइंट्स को सूचीबद्ध किया है ताकि आपको पढ़ने व नोट्स बनाने में आसानी हो। तो चलिए एक एक कर के कंप्यूटर की पीढ़ियों को जानते हैं।
प्रथम पीढ़ी |-1st Generation ( 1945 – 1958)
- प्रथम पीढ़ी के मुख्य Part , Vacuum Tube होते थे।
- इनको operate करने के लिये बहुत अधिक Electrical Energy ( विद्धुतिय शक्ति)लगती थी।
- रख रखाव बहुत कठिन होता था।
- Size बहुत बडा होता था ।
- मशीनी भाषा या प्रतीकात्मक भाषा (Machine language or Symbolic Language) पर कार्य करता था ।
- जिसके कारण इस पर वही व्यक्ति Work कर सकता था जिसे मशीनी भाषा या प्रतीकात्मक भाषा (Machine language or Symbolic Language) का ज्ञान होता था ।
- Processing Speed बहुत slow थी।
- इनपुट और आउटपुट के लिए Punch कार्ड ,Paper Tapes का उपयोग होता था।
- इन computers को रखने के लिये बहुत बडी जगह की आवश्यक्ता पडती थी।
- अधिक विद्धुत शक्ति के उप्योग के कारण यह Heat ज्यादा produce करते थे।
- जिसके कारण इनके लिये Air Conditioners लगाना पडता था।
- यही सब कारणो की वजह से ये बहुत महंगे हुआ करते थे ।
उदाहरण: UNIVAC I, ENIAC, EDVAC , EDSAC etc.
Revision Lecture Video for 1st Generation :
द्वितीय पीढ़ी - 2nd Generation ( 1959 – 1964)
- द्वितीय पीढ़ी के मुख्य Part , Transistors होते थे।
- इनको भी operate करने के लिये Electrical Energy ( विद्धुतिय शक्ति) लगती थी लेकिन 1st Generation Computers की तुलना में कम।
- Size 1st Generation Computers की तुलना में बहुत कम था ।
- High level Procedural Language जैसे FORTRAN ,COBOL का उपयोग होता था ।
- Heat Production कम हो गया।
- 1st Generation की तुलना में Fast , ज्यादा Memory वाले (Magnetic Tape )|
- Note : पहली High Level Language ,FORTRAN का निर्माण 1954-57 तक हुआ ,जिसे IBM द्वारा develop किया गया।
- इसके बाद 1961 में CoBOL का निर्माण किया गया।और इसी दौरान Magnetic Disk के निर्माण पर ज़ोर दिया गया ।
उदाहरण: IBM 700, IBM 1401 , ATLAS , ICL 1901 etc.
Revision Lecture Video for 2st Generation :
तृतीय पीढ़ी - 3rd Generation (1965 – 1975)
- तृतीय पीढ़ी के मुख्य Part , ICs (Integrated Circuits) होते थे।
- बहुत कम Electricity में Work कर सकते थे।
- 1st और 2nd Generation Computers की तुलना में बहुत fast , compact,easy और reliable थे ।
- Storage के लिये Magnetic Disk का उप्योग होने लगा था ।
- Order Processing , Airlines Reservation जैसे RealTime process सम्भव हो गये थे।
- Operating System ,Multiprogramming और Graphics जैसे concepts आ गये थे।
उदाहरण: IBM 360, IBM 370 , NCR 395 और Burroughs B6500 .
Revision Lecture Video for 3rd Generation :
चतुर्थ या चौथी पीढ़ी - 4th Generation ( 1975 – 1989)
- चतुर्थ या चौथी पीढ़ी के मुख्य Part, VLSI (Very Large Scale Integration Circuits)।
- User Friendly थे यानी ,किसी नए user के लिए उपयोग आसान।
- Personal Computers का development शुरु हो गया।
- Database Management System और Graphic Terminals(CRT) का उप्योग ।
- Hardware cost बहुत कम हो गये वहीं Software cost आसमान छूने लगे ।
- Networking easy हो गयी।
- VLSI के कारण अब Microprocessors का आगमन हुआ ।
- Speed और Reliability और भी ज्यादा बढ गयी।
उदाहरण: Decision Support Systems, Electronic Funds Transfer , Electronic Spread Sheet और Word Processing जैसे softwares का development शुरु हो गया ।
Revision Lecture Video for 4th Generation :
पंचम या पांचवी पीढ़ी - 5th Generation (1990 – अब तक)
- पंचम या पांचवी पीढ़ी के मुख्य Part, ULSI (Ultra Large Scale Integration Circuits)।
- ऐसे microprocessors जिनमे millions of electronic components होते हैं।
- यह generation , Parallel Processing Hardware और Artificial Intelligence Software पर आधारित है।
- जिसके तहत Computers मैं humans की तरह intelligence , develop करने का प्रयास किया जा रहा है ।
- यह पूरी तरह से High Level Language को support करते हैं। जैसे : C,C++ , Java etc.
- ज्यादा User Friendly और बेह्तर multimedia support ।
- कम rates पर बहुत ही powerful और compact computers।
उदाहरण: Robotics , Neural Networks, Large Scale Corporate Modeling , Star Wars System, Expert Systems for real-time decision making.
Revision Lecture Video for 5th Generation :
सारी पीढ़ियों को जानने के बाद आपको एक बात तो समझ आ ही गयी होगी कि कंप्यूटर का सतत विकास हो रहा है और कंप्यूटर जगत नयी संभावनाओं की ओर अग्रसर है। हर पीढ़ी में उसकी पिछली पीढ़ी की कमियों को दूर करने और नयी क्रांतियों को जोड़ने का कार्य निरंतर चलता रहेगा ।
आशा है आपको कंप्यूटर की पीढ़ियां | कंप्यूटर जनरेशन | generation of Computer in Hindi पर
यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा। अपने विचार व सुझाव कमेंट बॉक्स में जरूर दें।
0 Comments